दुख भरी शायरी: आज संसार में हर शख्स किसी ना किसी बजह से दुखी हैं, खास तौर पर प्यार में अक्सर लोग दुःखी ही होते हैं। कहते हैं कि गरीबों की कमी नहीं है इस जगत में और गरीब स्पष्ट करना चाहता नहीं अपनी गरीबी। बजह बस इतना है कि आज लोग दूसरे के दुःख को सुनकर तरस खाते हैं या फिर मज़ाक बनाते हैं पर साथ कोई नहीं देता है। इस दुनिया में अनगिनत परेशानी और दुख है। चलिए शुरू करते हैं दुख से भरी शायरी हिंदी में, प्यार की दुख से भरी शायरी, दुख भरी शायरी फोटो, दुख से भरी शायरी स्टेटस के साथ एक बेहतरीन शायरी आर्टिकल में, आप सभी का स्वागत है।
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दुख भरी शायरी:
मैं लेखक अभिमन्यु कुमार आप सभी के लिए लेकर आया हूं कुछ खास दुःख भरी शायरी:
मैं प्यार करने का सजा कुछ इस तरह काट रहा हूँ, उसके बिना सुकून नहीं और वह मेरी बने, ऐसा उसे कुबूल नहीं।।
पागलपन सवार था, किसी का हमे भी इंतजार था, जब सच्चाई दिखी उसकी, उसे देखना भी अब बेकार था क्योंकि नफरत ही उससे अब आपार था।।
प्यार क्या है समझना चाहा, धोखा दे जाता है हर शख्स फिर भी निभाना चाहा, निभाते हुए मैं थक गया पर धोखा देते ये दुनिया ना थकी।।
प्यार की दुख भरी शायरी:
मैं जिद्दी बहुत हूँ, इसलिए जिंदगी से हार नहीं मानी, नहीं तो पहुंच तो हम भी वहाँ गए थे, जहाँ से अक्सर लोगों की वापसी नहीं होती।।
ज्यादा हक जताता था, उसे भी हक जताना था, उसे मैं पसंद नहीं, यह भी उसे तो मुझे कभी ना कभी तो बताना था।।
हमारी जिंदगी भी हमसे ही खेल गया, जिसने हमे पकड़ रखा था, उसी ने हमे छोड़ गया।।
इस जमाने में कई अनोखे सितारे भरे हैं, शायद हम उनमे से नहीं है, उन्हें मिल गया है एक सितारे, इसलिए वो हमसे अब मिलना भी नहीं चाहती है दुबारा।।
इश्क के मारे हमने खुद को खो दिया, अब मुद्दतों बाद झाँक कर देखा है खुदको, जब फिर खुद को पाया तो सारे संसार को भुल गए!!
दुख से भरी शायरी स्टेटस:
वह समझी खुद को रानी और मुझे गरीब, दिल नादानी के कारण प्यार समझ रखा था, दिल बड़ा था उसका, वह हर गरीब को दे रहीं थीं भीख।।
हमे लगा वह रूठी है लेकिन वह बदल गई थी, जब मिलने गए मनाने को, वह एक दूसरे का हाथ पकड़ रखी थी।।